टेलिपोर्टेशन क्या होता है वास्तव में यह है क्या आइएगा इस के बारे में जानते हैं क्या वास्तव में यह पॉसिबल है दरअसल बात यह है कि टेलिपोर्टेशन एक हाइपोथेटिकल वे है इसके जरिए हम किसी भी धातु को या ऊर्जा को को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जा सकते हैं जबकि उन दोनों स्थानों के बीच की दूरी बहुत बहुत ज्यादा, यहां तक कि लाखों करोड़ों किलोमीटर भी हो सकती है पर ऊर्जा को आसानी से ले जाया जा सकता है और वह भी भौतिक अवस्था को परिवर्तित किए बिना
इसके बाद क्या सामने तब आया जब 2015 में चीन ने एनर्जी के एक पार्टिकल ( photon)को स्पेस में 400 किलोमीटर दूरी पर ट्रांसफर किया था अभी तक वैज्ञानिकों की उपलब्धता यह रही है कि उन्होंने टेलिपोर्टेशन के माध्यम से मैटर इनफॉरमेशन को ट्रांसफर किया है अर्चना दिए हैं कि क्या हम किसी एटम को भी ट्रांसपोर्टेशन के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेज सकते हैं बगैर उसकी भौतिक अवस्था को परिवर्तित किए यह फिजिक्स की भाषा में को बदले बिना यह सवाल आज भी वैज्ञानिकों के लिए एक शोध का विषय बना हुआ है टाइम मशीन इसका एक उदाहरण हो सकता है क्वांटम फिजिक्स के जरिए इस रिसर्च को वैज्ञानिक आगे बढ़ा रहे हैं अब यह शोध इस बात पर निर्भर करेगी की कितनी जल्दी वैज्ञानिकों को मिलती है
सनातन धर्म में टाइम मशीन के होने की पुष्टि मिलती है वहां जगह-जगह पर लिखा हुआ भी है की परशुराम जी के पास मं की गति थी अर्थात परशुराम जी क्षण भर में मn की गति से एक ग्रह से दूसरे ग्रह पर पहुंच जाते थे इस गति के सामने लाइट की गति भी कुछ नहीं है अर्थात उसे टाइम पर उन्होंने क्वांटम फिजिक्स को पूर्ण रूप से डेवलप किया हुआ था ऐसे एक नहीं है अनेकों उदाहरण भी है जिनका जिक्र में आगे करूंगा
बताएं तो किसी व्यक्ति को एक स्थान से दूसरे स्थान पर टेलिपोर्ट कर सकते हैं वह भी उसकी फिजिकल अवस्था को
No comments:
Post a Comment